Friday, February 3, 2012

परित्यक्ता (लघुकथा )



बूढी  औरत ने दोनों हाथ फैला दिए,
"बेटा कुछ दे दो!"
एक यात्री ने पूछा ,"बुढिया तेरे कितने बेटे है?"
बूढी औरत नें अपनी छाती फुला कर कहा
 "मेरे चार बेटे है!"
"तब तो तू आठ हाथोवाली बेटो की माँ है",यात्री ने
हिसाब लगाते हुए कहा!
बूढी औरत के फैले हुए हाथ जरा नीचे झुक गए !
उसने कहा ,"हां रे,एकदम!"
यात्री ने जानना चाहा ,"वे सभी मिलकर खूब कमाते भी होंगे!"
एस बार बूढी औरत की नजर भी झुक गयी !
फिर आवाज में तल्खी भरते हुए बोली,"हां,हां,वे खूब पैसा बनाते है!"
"वे तुझे साथ भी रखते होंगे और शायद
तुझे पलकों पर बैठा कर रखते भी"......यात्री बोलते बोलते चुप हो गया था !!!!

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