आज फिर किसी
मंगरू के घर
चूल्हा नहीं जला है
और भूख से तड़पकर
पानी पी कर सो गयी है
उसकी बेटी मुनिया
आज फिर किसी
बुधुवा का बेटा
दवा के अभाव
में दम तोड़ दिया है
चिता के लिए
लकड़ी के पैसे नहीं रहने के
कारण
दफना आया है वो
उसकी लाश को
आज फिर किसी इतवारी की इज्जत लुट
हत्या कर दी गयी है
अखबार वालो को एक
अच्छी खबर मिल गयी है
आज फिर किसी
शनिचरा की बेटी
जला दी गयी है
दहेज़ के लिए
एक बीघा जमीन गिरवी रख
क्रियाकर्म का खर्च निकाल पाया है वो
सोमरा का एम.ए
पास बेटा
नौकरी के लिए भटकने के बाद
खोल कर बैठ गया
हडिया(लोकल शराब) की दुकान
पीता है,पिलाता है
ये बात आम है
फिर भी भारत महान है !!!!
बहुत मार्मिक प्रस्तुति
ReplyDeleteइतना होने पर भी भारत महान है।
ReplyDeleteबहुत खूब..
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