कल तमाम रात बाहर बर्फ गिरती रही
सुबह मैदान में देखी मैंने
एक माँ और बच्चे की हिम प्रतिमा
सारा दिन दर्शको की भीड़
उस प्रकृति निर्मित प्रतिमा को
देखने आती रही
तभी सुना मैंने की वो माँ और बच्चा
जो बर्फीली रात
सर छुपाने की जगह मांग रहे थे
दिनभर से उन्हें किसी ने देखा नहीं है !!!!!!
बेहतरीन रचना...
ReplyDeleteमार्मिक रचना, संवेदनाओं की।
ReplyDeleteबहुत मार्मिक रचना ..
ReplyDeleteओह ...मार्मिक..
ReplyDeleteओह! अंतर्स्पर्शी/सुगढ़ रचना...
ReplyDeleteसादर..
बहुत भावुक प्रस्तुति...
ReplyDeleteकमेन्ट में विलम्ब के लिए क्षमा...जाने कैसे पढ़ नहीं पायी.