Wednesday, June 20, 2012

तुम्हारा भी दिन बदल जायेगा !

दोस्तों आज मूड किया की कुछ लिखा जाए ,आप से अनुरोध है सच सच बताईयेगा कैसी लगी मेरी नयी कविता ??

तुम्हारी जिन्दगी का उन्वान बदल जायेगा

मुझ जैसा अगर तुझे कोई मिल जायेगा

कब तक निगाहेदस्त करोगे इन बच्चो की

तूफान आएगा तो खुद ही संभल जायेगा

माँ की दुवाएं लेकर निकला हु सफ़र में

बड़ा से बड़ा हादसा सर से टल जायेगा

मेरे पापा एक बार तो खवाब में आ जाओ

ये तेरा गमजदा बेटा संभल जायेगा

ये मेरा घर मजार है मेरे अरमानो का

यहाँ मुस्कुराएगा तो तेरा होठ जल जायेगा

क्यूँ भागते हो हुस्न बे पर्दा के पीछे

गाव का हुस्न देखोगे तो तुम्हारा दिल मचल जायेगा

लोग पहचाने लगे है तेरे भी कलाम

"सिद्धार्थ" अब तुम्हारा भी दिन बदल जायेगा !

2 comments:

  1. हर माँ की दुआ ...अपने बच्चो के सर पर हमेशा रहती हैं .....

    खूबसूरत रचना ...ऐसे ही लिखते रहो

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