हर किसी को जख्म अपना दिखाया न करो !
अपने ही हाथो अपना दर्द बढाया ना करो !!
दर्द कितना भी क्यूँ ना बढ़ जाये !
अश्क आँखों से ना बह जाये !!
जो ढलेंगे तो लोगो को खबर होगी !
तेरी हालत पर हसेंगे वो !!
तुझपे सब की नजर होगी !
दिल नाजुक है बहुत !!
हर कदम पर इसको बिछाया ना करो !
हर मुस्कान प्यार नहीं होता !!
इस भरम में खुद को उलझाया ना करो!!!!
हर किसी को जख्म अपना दिखाया न करो!
ReplyDeleteअपने ही हाथों अपना दर्द बढाया ना करो!! बहुत सुन्दर !
मार्मिक भावाभिवय्क्ति.....
ReplyDeleteबहुत ही सहज बात..
ReplyDeleteखूबसूरत भाव
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