माँ तो माँ है।
माँ
कमर झुक गई
माँ बूढ़ी हो गई
प्यार वैसा ही है
याद है
कैसे रोया बचपन में सुबक-सुबककर
माँ ने पोंछे आँसू
खुरदरी हथेलियों से
कहानी सुनाते-सुनाते
चुपड़ा ढेर सारा प्यार गालों पर
सुबह-सुबह रोटी पर रखा ताज़ा मक्*खन
रात में सुनाई
सोने के लिए लोरियाँ
इस उम्र में भी
थकी नहीं
माँ तो माँ है।
maa to maa hai......
ReplyDeleteमाँ के आगे सारा जग छोटा है !
ReplyDeletemaa ki lori par kuch line..pesh hai..
ReplyDeleteमाँ है
तो लोरी है। शगुन है
माँ है
तो गीत है। उत्सव है
माँ है
तो मंदिर है। मोक्ष है