सिर्फ तुम.......
Friday, October 1, 2010
किसी की आखिरी निशानी
हर जख्म किसी की ठोकर की मेहरबानी है
मेरी जिन्दगी एक किस्सा एक कहानी है !!!!
मिटा देते इस दर्द को दिल से
पर ये दर्द तो किसी की आखिरी निशानी है !!!!!
2 comments:
महेन्द्र वर्मा
October 1, 2010 at 8:04 AM
ज़िदगी है तो ठोकर तो लगेगी
मेरे ब्लाग पर आइए, शांति मिलेगी
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Apanatva
October 1, 2010 at 12:06 PM
acchee abhivykti...
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ज़िदगी है तो ठोकर तो लगेगी
ReplyDeleteमेरे ब्लाग पर आइए, शांति मिलेगी
acchee abhivykti...
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