Sunday, October 17, 2010

गौरवान्वित है आज हर भारतीय

गौरवान्वित है आज हर भारतीय



चार चाँद लग गए हमारी शान मे



कामन वेअलथ खेलों का सफल आयोजन



कर दिखलाया मेरे हिंदुस्तान ने .............





हर पदक के साथ जब



लहराया मेरा तिरंगा शान से



रोम रोम पुलकित हो उठा



गर्व से थिरक उठा हृदय



सारा वातावरण गूँज उठा जब



मेरे कर्र्ण प्रिय राष्ट्र गान से ..................







खेलों की महाशक्ति बनकर



उभर रहा मेरा हिंदुस्तान है



एक -एक पदक के खातिर तरसना हुआ ख़तम



हो गई एक नए युग की शुरुआत है ..................







बेटों संग बेटिओं ने भी खूब नाम कमाया है



कुश्ती के बने सरताज हम



बोक्सिंग मे लोहा मनवाया हमने



अर्जुन से मेरे शूर वीरों ने दिखलाया



हम नहीं हैं किसी से कम ...........





कामन वेअलथ मे जीते हम



अब ओलंपिक की बारी है



पश्चिम को बता देंगे हम



बीसवीं सदी बेशक थी उनकी



इक्कसवीं सदी हमारी है ..............





शुरूआती और समापन समारोह मे



मेरे हिंद की रंग बिरंगी छठा बिखेरी है





दिखला दिया हमने दुनिया को



भारत महज़ जमीं का एक टुकड़ा नहीं



प्रतिभाओं और कितने ही रंगों को समेटे



अपने आप मे ही एक दुर्लभ संसार है...............





संसार के कोने कोने से आने वाले



आप सब लोगों का हार्दिक आभार है



प्यार का कारवां यूं ही चलता रहेगा



मेरे देश मे आना फिर ओल्य्म्पिक मे



हमे आपका इंतज़ार है



हमे आपका इंतज़ार है ........................ 

3 comments:

  1. हमें भी इंतज़ार है। बहुत अच्छी प्रस्तुति।
    सर्वस्वरूपे सर्वेशे सर्वशक्तिसमन्विते।
    भयेभ्यस्त्राहि नो देवि दुर्गे देवि नमोsस्तु ते॥
    विजयादशमी के पावन अवसर पर आपको और आपके परिवार के सभी सदस्यों को हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई!

    काव्यशास्त्र

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  2. बहुत अच्छी प्रस्तुति। राजभाषा हिन्दी के प्रचार-प्रसार में आपका योगदान सराहनीय है।
    बेटी .......प्यारी सी धुन

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  3. ye huee naa baat.....
    bahut khushee huee ise rachana ko pad kar.....karan C W G ke kaam ko le itnee ninda huee ki man kharab hee ho gaya tha............
    sarthak lekhan.......
    Aabhar .

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