जब भी कोई बात बिगड़ जाये
वो सभी बातें याद आये
पता चलता है कौन है अपना कौन पराये
अपना हाल भी पूछने नहीं आई वो ,हम कितना कराहे
पहले कहती थी तेरे बिना मर जाउंगी प्यारे
एक पल भी नहीं कटेगा बिन तेरे सहारे
जब कोई बात बिगड़ जाये वो सभी बात याद आये
एक दिन मैं उससे मिला और पूछा
क्या कारण है जो तुमने मुझे ठुकराया
क्या मेरा साथ तुझे रास नहीं आया
काफी मस्कात के बाद मैडम का गुसा समझ में आया
अरे!मैंने तो उसका मोबाइल का रेचार्गे कूपन ही नहीं भरवाया
bahut shandar ,,,,,,,,,,,, siddharth ji shubhkamanayen.....
ReplyDeleteAapka dhanyawaad hai bissa uncle......
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