Sunday, April 4, 2010

ऐ चाँद,जरा मधु तो बाटों

ऐ चाँद,जरा मधु तो बाटों
यह शुष्क अधर कुछ पी लेंगे
हलके फुल्के, झीने झीने
आकाशी रंग हम भी लेंगे
महकी महकी, उदी उदी
मदहोश समां ये तन्हाई
हर मस्त फिजा में तेरा रुत
हर रुत में तेरी परछाई
हर बूंद अमिय के मधहोसी
मस्ती देगी हम जी लेंगे
ऐ चाँद जरा मधु तो बाटो
ये शुष्क अधर कुछ पी लेंगे
झिलमिल सितारों की चोली
सिहरी सिहरी ढलकी ढलकी
हर चाल नशे में धुत डगमग
हर शोख अदा बहकी बहकी
इस रूप की परछाई लेंगे
ऐ चाँद,जरा मधु तो बाटों
यह शुष्क अधर कुछ पी लेंगे
प्याले पर प्याला ,खुम पर खुम
कुछ तुम दो, कुछ खुद ही लेंगे
ऐ चाँद,जरा मधु तो बाटों
यह शुष्क अधर कुछ पी लेंगे

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