Friday, April 16, 2010

खुदा की खोज

दोस्ती थी दुश्मनी थी और प्यार था

और हमारे बीच में अखबार था

हम न जिसको लाँघ पाए

प्यार अपना चीन का दिवार था

जब तलक बाए था पत्याशी था मैं

दाये बाजु आकर मैं सरकार था

देह की सीमा के भीतर थी घुटन

और बाहर जिस्म का बाजार था

जिस उजाले की हमें दरकार थी

वो उजाला रोशनी के पार था

जिस किसी ने भी खुदा की खोज की

वो दिमागी तौर पर बीमार था........

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